चन्द्रशेखर पैन्यूली
प्रतापनगर । देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के आह्वान पर आजादी की 75वीं वर्षगाँठ पर देश के नागरिकों ने हर घर पर तिरँगा फहराया,अब कई लोगो का कहना है कि ये गलत है झण्डे को ऐसे नही फहराया जाना चाहिए उन लोगो की जानकारी के लिए बता दूं कि 30 दिसंबर, 2021 के आदेश के जरिये भारत ध्वज संहिता 2002 को संशोधित किया गया और राष्ट्रीय ध्वज हाथ से काते, हाथ से बुने हुए या मशीन से बने कपास/पॉलिएस्टर/ऊन/रेशम/खादी से बनाया जाएगा. यानी संशोधन करके पॉलिएस्टर और मशीन से बने झंडे को भी अनुमति दी गई. इसके बाद 20 जुलाई, 2022 को एक अन्य संशोधन के तहत केंद्र ने ऱाष्ट्रीय ध्वज को दिन के साथ-साथ रात में भी फहराने की अनुमति प्रदान कर दी है. लेकिन यह तब ही होगा जब झंडा किसी खुले स्थान पर किसी के घर पर फहराया जाएगा. इसके पहले के नियमों के अनुसार तिरंगा केवल सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच ही फहराने का नियम था.अतः जब पूर्व में संसोधन किया गया है तो इसमें कहने की कोई जरूरत नही कि जिन भी लोगों ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने अपने घर पर तिरँगा झण्डा फहराया वो अपनी मर्जी से झण्डे को उतार भी सकते हैं व रख भी सकते हैं।बस शर्त ये है कि तिरंगे का अपमान न हो,तिरँगा घर पर सबसे ऊंची जगह पर फहराया जाय, तिरँगा तिरछा नही होना चाहिए, कटा फटा न हो साथ ही जमीन पर न गिरे,कुल मिलाकर तिरंगे का सम्मान सर्वोपरि है।अब जो भी भारतीय चाहे रात या दिन तिरंगे को सम्मानपूर्वक अपने घर पर फहरा सकता है,अतः ये कहना कि इससे तिरंगे का अपमान होगा ये हास्यास्पद व अज्ञानता की बात ही कही जाएगी।बाकी कुछ लोग है जो देश के सर्वोच्च पदों पर बैठे लोगों को कुछ नही समझते जो राष्ट्रपति का सम्मान नही कर सकते जो देश की महामहिम राष्ट्रपति के लिए सम्मान नही प्रदर्शित कर सकते हैं,जो प्रधानमंत्री जी के लिए अनाप शनाप कहते हैं ,अब इस तरह के लोगो के ज्ञान के बारे में क्या कहे,मैं तो यही कहूंगा जिनको कुछ नही मिला अब वो तिरंगे पर गंदी सियासत कर रहे हैं,ऐसे लोगों को तिरंगे को फहराने से भी पीड़ा हो रही होगी तो क्या कर सकते है।तिरँगा हमारी आन बान व शान है इसको अपने घर पर सम्मानपूर्वक फहराना हमारे लिए गौरव व हर्ष का विषय है,एक सामान्य नागरिक को भी तिरंगे को अपने घर पर फहराने का सुअवसर देने के लिए देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का धन्यवाद।हमारे देश की शान तिरंगे को सैल्यूट, देश के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों व देश के अमर शहीदों को नमन।