देहरादून।इस बार इगास का त्योहार 15 नवंबर को है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ईगास पर्व पर राजकीय अवकाश की घोषणा की है ।
मुख्यमंत्री ने गढ़वाली में संदेश लिखा, उत्तराखंड की समृद्ध लोकसंस्कृति कु प्रतीक लोकपर्व इगास पर अब छुट्टी रालि। हमारू उद्देश्य च कि हम सब्बि ये त्योहार तै बड़ा धूमधाम से मनौ, अर हमारि नई पीढ़ी भी हमारा पारंपरिक त्यौहारों से जुणि रौ। राज्यसभा सांसद व भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी सांसद अनिल बलूनी ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया है। बलूनी पिछले कुछ वर्षों से गांवों में जाकर इगास-बूढ़ी दिवाली मनाने की मुहिम चला रहे हैं। गढ़वाल के कई क्षेत्रों में दिवाली के ग्याह दिन बाद होंने इगास का त्योहार मनाया जाता है। बताया जाता है कि गढ़वाल के सेनापति माधौ सिंह भंडारी तिब्बत विजय के बाद दिवाली के बाद जब लौटे तबउनकेस्वागत में इगास का पर्व मनाया गया। तब से गढ़वाल के कई हिस्सों में दिवाली के ब्यारह दिन बाद इगास का पर्वमनानम की परंपरा है।